Description
रुद्रा अष्टाध्यायी यज्ञ : मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए इस विशेष यज्ञ का अनुष्ठान किया जाता है। इस यज्ञ से मनोवांछित फलों की प्राप्ति तथा जीवन में आ रही विघ्न बाधाओं की शान्ति होती है। इस यज्ञ को लघु रूप में एक दिन में किया जा सकता है। शुक्ल यजुर्वेद में वर्णित रुद्र संहिता के मंत्र इस यज्ञ में प्रयुक्त होते हैं और अनुष्ठान में संपूर्ण रुद्राष्टाध्यायी का 11 बार पाठ तथा एक बार सम्पूर्ण मंत्रों से हवन होता है। लघु अनुष्ठान में 2 पुरोहितों द्वारा एक दिन में सम्पन्न किया जाता है। इसी यज्ञ को वृहद रूप में भी करने का नियम है जिसमें 7 दिन का समय लगता है। 7 दिन के वृहद रुद्र यज्ञ में 3 पुरोहितों के माध्यम से विधिपूर्वक यज्ञ किया जाता है।
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